Demat Account Opening : इंडिया में Demat Account की शुरुआत 1996 में NSE से व्यापार करने के लिए की थी, क्योंकि उससे पहले सारा डाटा कागज़ों पर लिखा जाता था तथा ढेर सारे कागज़ संभालना बहुत मुश्किल का कार्य होता था तो जानकारी एक जगह आसानी से संभाली जा सके तो इंडिया में डीमैट अकाउंट की शुरुआत हुई।
Demat का मतलब होता है डिमैटे रियलाइजेशन । इसका प्रयोग शेयर बाजार में किया जाता है स्टॉक मार्केट से जब हम कोई स्टॉक खरीदते हैं या बेचते हैं उसके लिए हमारे पास एक डीमैट खाता होना अनिवार्य है । सेबी के निर्देशानुसार डिमैट खाता के अलावा हम किसी भी अन्य रूप में ना तो स्टॉक खरीद सकते हैं तथा ना ही स्टॉक कहीं सेंड सकते हैं । जब हम कोई स्टॉक खरीदते हैं तो उसे रखने के लिए डिमैट खाता की जरूरत पड़ती है।
जिस प्रकार हम एक नॉर्मल बैंक खाता खोलते हैं तथा अपने पैसे उसमें रखते हैं आवश्यकता अनुसार उसको निकालते हैं, उसी प्रकार हम अपने शेयर का आदान प्राप्त करने के लिए डिमैट खाता खोलते हैं।
Contents
डीमैट खाता कितने प्रकार के होते हैं
डीमैट खाता 5 प्रकार के होते हैं–
- बेसिक सर्विस डीमैट अकाउंट (Basic Services Demat Account)
- रेगुलर डीमैट अकाउंट (Regular Demat Account)
- प्रत्यावर्तनीय डीमैट खाता (Repatriable Demat Account)
- गैर-प्रत्यावर्तनीय डीमैट खाता (Non-Repatriable Demat Account)
Basic Services Demat Account (BSDA)
BSDA (बेसिक सर्विसेज डीमैट अकाउंट) एक ऐसा डीमैट खाता होता है जो छोटे इन्वेस्टर के लिए उपयोगी होता है। इस मेरे अकाउंट में लेन-देन की सीमा 2 लाख रुपये तक होती है तथा इसमें खाता मेंटेनेंस के लिए कम से कम चार्ज लगते हैं।
- इस प्रकार के डीमैट खाता को खोलने के लिए आपको किसी ब्रोकर अथवा डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (DP) के पास जाना होता है एवं उनसे अनुरोध करना होता है कि वो आपके लिए BSDA खाता ओपन करें।
- बीएसडीए अकाउंट में खाता मेंटेनेंस चार्ज 100 रुपये तक ही होते हैं,
- जबकि रेगुलर डीमैट खाता में ये चार्ज करता है 400 रुपये तक हो सकते हैं।
BSDA डीमैट अकाउंट को ओपन करने के लिए आपके पास कुछ डॉक्युमेंट्स की जरूरत होती है जैसे– पैन कार्ड, आधार कार्ड, एड्रेस प्रूफ तथा बैंक डिटेल्स। इन दस्तावेजों की सहायता से आपकी KYC प्रक्रिया पूरी की जाती है तथा आपका डीमैट खाता ओपन जाता है।
इस प्रकार का डीमैट खाता स्मॉल इनवेस्टर्स के लिए फ़ायदेमंद होता है क्योंकि उनकी इन्वेस्टमेंट लिमिट 2 लाख रुपये तक होती है। अगर आप छोटे अमाउंट में इनवेस्टमेंट करना चाहते हैं तो BSDA Demat account को खुल करना एक अच्छा विकल्प है।
इस डीमैट अकाउंट की सहायता से आप शेयर तथा सिक्योरिटीज को सेफ एवं सिक्योर तरीके से होल्ड कर सकते हैं। साथ ही इस खाता के जरिये आप अपनी इन्वेस्टमेंट को Track कर सकते हैं और अपनी होल्डिंग्स का पता लगा सकते हैं।
Regular Demat Account
रेगुलर डीमैट अकाउंट : रेगुलर डीमैट अकाउंट केवल इन्वेस्टर के लिए उपलब्ध हैं जो आवासीय इंडियन हैं। नियमित डीमैट अकाउंट उन इन्वेस्टर के लिए उपयुक्त है जो अपने स्वयं के स्टॉक्स से निपटते हैं। नियमित डीमैट खाता इन्वेस्टर को स्टॉक्स के त्वरित ट्रांज़ैक्शन करने की अनुमति देता है।
- रेगुलर डीमैट खाता खोलने के लिए आपको एक ब्रोकर अथवा डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट के पास जाना होता है तथा उनसे अनुरोध करना होता है कि वो आपके लिए रेगुलर डीमैट खाता ओपन करें।
- यह अकाउंट खोलने के लिए आपको कुछ दस्तावेजों की जरूरत होती है जैसे पैन कार्ड तथा आधार कार्ड, पता प्रमाण, तथा बैंक विवरण।
- इन डॉक्युमेंट्स की सहायता से आपका KYC प्रोसेस कंप्लीट किया जाता है तथा आपका खाता ओपन होता है।
- नियमित डीमैट अकाउंट में कोई लेनदेन सीमा नहीं होती है तथा इसमें आपकी इन्वेस्ट राशि कुछ भी हो सकती है।
- इस अकाउंट की सहायता से आप अपना स्टॉक तथा सिक्योरिटीज को सेफ एवं सिक्योर तरीके से होल्ड कर सकते हैं तथा मार्केट के मूवमेंट के अनुसार खरीद, बिक्री तथा ट्रांसफर कर सकते हैं।
- अपने इन्वेस्ट पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाइड करने के लिए भी इस खाता का उपयोग कर सकते हैं।
Repatriable Demat Account
Repatriable यानी NRI डीमैट खाता एक ऐसा Demat अकाउंट होता है जो भारत से बाहर रहने वाले लोगों के लिए उपयोगी होता है। मतलब NRI जो अपने भारत देश से बाहर रहते हैं तथा स्टॉक तथा सिक्योरिटीज में इन्वेस्ट करना चाहते हैं, उनके लिए एनआरआई डीमैट खाता बहुत बेनेफिशियल हो सकता है।
इस प्रकार का डीमैट अकाउंट ओपन के लिए आपको किसी भी बैंक में ब्रोकर के पास जाना होता है तथा उनसे अनुरोध करना होता है कि वो आपके लिए NRI डीमैट अकाउंट खोलें।
- NRI demat account ओपन के लिए आपको कुछ डॉक्यूमेंट की जरूरत होती है जैसे– पासपोर्ट, एड्रेस प्रूफ, बैंक डिटेल्स तथा NRI स्टेटस का प्रूफ।
- इन documents की सहायता से आपका KYC प्रोसेस कंप्लीट किया जाता है तथा आपका खाता ओपन हो जाता है।
- इस अकाउंट में NRI अपने इन्वेस्ट पोर्टफोलियो को स्टोर, Buy, Sell, Transfer तथा Hold कर सकते हैं।
- ये खाता आपके इन्वेस्टमेंट को सुरक्षित तरीके से होल्ड करने की सर्विस देता है तथा मार्केट के मूवमेंट्स के अनुसर इन्वेस्टमेंट को मैनेज करने में सहायता करता है।
- NRI डीमैट खाता NRI यानी हमारे देश से बाहर की लोगों को अपने भारत देश में बिना शारीरिक रूप से मौजूद हुए भी अपना इन्वेस्ट करने की सर्विस देता है।
- इस अकाउंट की सहायता से NRI अपने देश के स्टॉक मार्केट में भी निवेश कर सकते हैं तथा अपने देश की अर्थव्यवस्था में योगदान कर सकते हैं।
Non-Repatriable Demat Account
नॉन-रिपेट्रिएबल डीमैट खाता : नॉन-रिपेट्रिएबल डीमैट अकाउंट NRI के लिए उपलब्ध दूसरा डीमैट खाता ऑप्शन है। हालांकि, नॉन-रिपेट्रिएबल डीमैट खाता NRI को विदेश में फंड ट्रांसफर करने की अनुमति नहीं देता है। प्रभावी ऑपरेशन के लिए डीमैट खाता से अपने NRO (नॉन-रेजिडेंट ऑर्डिनरी) सेविंग खाता को लिंक करने के लिए इन्वेस्टर को अपने NRO (नॉन-रेजिडेंट ऑर्डिनरी) सेविंग खाता की आवश्यकता होती है। Note : NRI की स्थिति प्रदान करने से पहले, नियमित डीमैट वाले इन्वेस्टर बिना किसी स्टॉक के इंडिया छोड़ने के बाद नॉन-रिपेट्रिएबल डीमैट खाता कैटेगरी में ट्रांसफर कर सकते हैं अथवा नए खता को पूरी तरह से खोलने का ऑप्शन चुन सकते हैं।
Demat Account ओपन की प्रक्रिया
Demat अकाउंट खोलना बिल्कुल आसान है। यह दो तरीकों से किया जा सकता है: ऑफ़लाइन तथा ऑनलाइन। आइए यहाँ हम ऑनलाइन Demat अकाउंट कैसे खोलें, इस पर नजर डालते है। नोट : डीमैट अकाउंट खोलने से पहले स्टॉक मार्केट से पैसे कैसे कमाए जरुर पढ़ लें। ताकि आपको Treding से सम्बंधित सभी चीजों का ज्ञान हो।
Canclusion
तो दोस्तो आपको कैसी लगी यह जानकारी हमें कमेंट बॉक्स में बताना नाम खुले और अगर आपका इस आर्टिकल से जुड़ा कोई सवाल अच्छा है तो हमें जरुर बताए। और दोस्तों अगर आपको आर्टिकल पसंद आया हो तो इस Like और Comment करे और दोस्तों के साथ शेयर भी करे।
ध्यान दें :- ऐसे ही फाइनेंस ,बैंकिंग ,शेयर मार्किट से जुडी सभी जानकारी हम सबसे पहले अपने इस Website Sanbiezi.com के माध्यम से देते हैं तो आप हमारे वेबसाइट को फॉलो करना ना भूलें ।
अगर आपको यह आर्टिकल पसंद आया है तो इसे Like और Share Comment जरूर करें ।
इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ने के लिए धन्यवाद…
Posted By Saurabh Yadav
Join Our Group For All Information And Update, Also Follow Me For Latest Information | |
Follow US On Google News | Follow News |
Whatsapp Group Join Now | Click Here |
Facebook Follow | Click Here |
Instagram Follow | Click Here |
Twitter Follow | Click Here |
Telegram Channel Join Now | Click Here |
प्रश्न : Demat Account क्या होता है?
उत्तर : Demat Account एक ऐसा खाता होता है जो इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में शेयर तथा सिक्योरिटीज को होल्ड करता है। ये खाता स्टॉक बाजार में इन्वेस्ट करने के लिए जरूरी होता है।
प्रश्न : Demat Account खोलने के लिए क्या जरूरी है?
उत्तर : Demat Account खोलने के लिए आपको एक सेबी पंजीकृत ब्रोकर से कांटेक्ट करना होगा। यह खाता खोलने के लिए आपको कुछ डॉक्यूमेंट तथा फीस जमा करनी होगी।
प्रश्न : Demat Account कितने प्रकार के होते हैं?
उत्तर : Demat Account मुख्य रूप से 3 प्रकार के होते हैं – बेसिक सर्विसेज डीमैट खाता (बीएसडीए) तथा नियमित डीमैट खाता एवं कॉर्पोरेट डीमैट खाता।
प्रश्न : Demat Account खोलने के लिए कितनी फीस लगती है?
उत्तर : Demat Account खोलने के शुल्क ब्रोकर के ऊपर निर्भर करते हैं तथा आम तौर पर अकाउंट खोलने की फीस तथा वार्षिक रखरखाव शुल्क शामिल होते हैं। फीस अलग-अलग Broker के अनुसार अलग हो सकती है।
प्रश्न : क्या एक व्यक्ति के पास एक से ज्यादा Demat Account हो सकते हैं?
उत्तर : हां, एक व्यक्ति के पास एक से ज्यादा Demat Account हो सकते हैं लेकिन उन्हें मेंटेन करना जरूरी होता है। अगर आपको एक से ज्यादा Demat Account की जरूरत नहीं है तो एक ही Account का उपयोग कर सकते हैं।