Portfolio Meaning In Hindi | पोर्टफोलियो का क्या अर्थ हैं जानें

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Portfolio Meaning In Hindi : पोर्टफोलियो शब्द का अर्थ है इंवेस्टों का समूह। मतलब आपके द्वारा शेयर , कमोडिटी, बॉन्ड अथवा म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट किए गए पैसों के समूह को पोर्टफोलियो कहते हैं। स्टॉक मार्केट में खरीदे गए स्टॉक्स का ग्रुप भी पोर्टफोलियो कहलाता है। शेयर मार्केट में आपका पोर्टफोलियो जितना डायवर्सिफाई होगा उसमें रिस्क भी उतना ही कम होगा।

आसान शब्दों में, आपके द्वारा इन्वेस्ट किए हुए ऑप्शन्स की सूची को ही पोर्टफोलियो कहते हैं.

आपको अपने इन्वेस्ट पर फ्यूचर में कितना रिटर्न बैक मिलेगा हम इस बात पर निर्भर करता है कि आपके पोर्टफोलियो में कौन से इन्वेस्टमेंट विकल्प मौजूद हैं.

अगर आपके पोर्टफोलियो में कोई बहुत अच्छा मजबूत कंपनी का स्टॉक है तो फ्यूचर में उस स्टॉक की प्राइस बढ़ने पर साथ ही साथ आपका पोर्टफोलियो भी बड़ा होता जाएगा.

Portfolio Meaning In Hindi

ठीक इसी प्रकार अगर तुम किसी घटिया कंपनी के सस्ते स्टॉक को खरीद लेते हैं तो उसका शेयर कीमत गिरने पर आपके पोर्टफोलियो को बहुत काफी नुकसान होगा।

एक पोर्टफोलियो इन्वेस्ट और वित्त में सबसे बुनियादी अवधारणाओं में से एक है। यह एक ऐसा शब्द है जिसके संदर्भ के आधार पर किसी विभिन्न अर्थ हो सकते हैं। एक पोर्टफोलियो की बहुत सरल परिभाषा संपत्ति का एक संग्रह है स्टॉक तथा बॉन्ड, रियल एस्टेट अथवा यहां तक ​​कि क्रिप्टोक्यूरेंसी – एक पर्सन अथवा युनिट के स्वामित्व में।

एक पोर्टफोलियो का अर्थ वित्तीय संपत्तियों तथा इन्वेस्टमेंट टूल्‍स के संग्रह के रूप में परिभाषित किया जा सकता है जो किसी पर्सन , वित्तीय संस्थान अथवा इन्वेस्ट फार्म द्वारा आयोजित किए जाते हैं। एक लाभदायक पोर्टफोलियो विकसित करने के लिए, इसके मूल सिद्धांतों एवं इसको प्रभावित करने वाले कारकों से परिचित होना आवश्यक है।

शेयर मार्किट मे पोर्टफोलियो क्या है

आप जिन कंपनियों के शेयर्स पर पैसा निवेश करते हैं उन शेयर्स की लिस्ट को ही शेयर मार्केट पोर्टफोलियो कहा जाता है

मान लीजिए इस त्रिलोक नाम के एक पर्सन ने ₹10 लाख स्टॉक मार्केट तथा म्युचुअल फंड में निवेश किया है। उसने ₹4 लाभ के स्टॉक कंपनी एक खरीदे हैं। ₹4 लाख म्युचुअल फंड में निवेश किए हैं तथा ₹2 लाख अभी उसके अकाउंट में पेंडिंग पड़े हैं तो यह सभी इन्वेस्ट भूषण अपने एक पोर्टफोलियो में एक ही जगह एक साथ देख सकता है।

मान लीजिए आपके पास इन्वेस्ट करने के लिए 1 लाख रुपये हैं. अब आप इन 1 लाख रुपये में से-

  • 50 हज़ार रुपये के स्टॉक खरीद लेते हैं,
  • 20 हजार रुपये म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट कर देते हैं
  • तथा बचे हुए 30 हजार रुपये किसी गवर्नमेंट बॉन्ड में इन्वेस्ट कर देते हैं।

क्योंकि आपने टोटल 1 लाख रुपये इन्वेस्ट किया इसीलिए इस टाइम आपके पोर्टफोलियो की वैल्यू 1 लाख रुपये है।

  • आपके द्वारा खरीदे गए स्टॉक की वैल्यू बढ़कर 60 हजार रुपये हो जाती है,
  • म्यूच्यूअल फंड की वैल्यू बढ़कर 30 हजार हो जाती है
  • तथा गवर्नमेंट बॉन्ड की प्राइस बढ़कर 40 हजार हो जाती है।

Portfolio का महत्व क्या हैं

एक अच्छा पोर्टफोलियो विभिन्न प्रकार की संपत्तियों का एक बहुत अच्छा मिश्रण होता है जहां किसी की अपनी प्राथमिकताओं तथा जोखिम लेने की क्षमता अनुसार धन आवंटित किया जाता है। इस कार्य सिर्फ पोर्टफोलियो बनाने तक सीमित नहीं है।

रिटर्न एवं जोखिम को कम करने के मामले में सक्रिय प्रबंधन निष्क्रिय प्रबंधन से बहुत बेहतर है।इसलिए और नियमित अंतराल पर एक पोर्टफोलियो का प्रबंधन करना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। इस कम टाइम में बेहतर रिटर्न प्रदान करने के लिए एक Portfolio के प्रबंधन में सक्रिय खरीद तथा बिक्री संपत्ति शामिल है। यह निम्नलिखित कारणों से बहुत महत्वपूर्ण है

Portfolio मैनेजमेंट आयु ,इनकम, व्यक्ति की जोखिम लेने की क्षमता तथा इन्वेस्ट बजट के आधार पर “सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्ट रणनीति” चुनने का एक बहुत सही तरीका है। यह लिए गए जोखिम पर एक गेज रखने में सहायता करता है क्योंकि Portfolio मैनेजमेंट की प्रक्रिया “जोखिम न्यूनीकरण” को फोकस के रूप में रखती है।

“कस्टमाइजेशन” संभव है क्योंकि किसी व्यक्ति की जरूरतों और विकल्पों को ध्यान में रखा जाता है यानी जब पर्सन को रिटर्न की आवश्यकता होती है, तो एक पर्सन की कितनी रिटर्न बैक की उम्मीद होती है तथा एक पर्सन कितनी इन्वेस्ट अवधि का सिलेक्शन करता है। इस कानूनों में बदलाव को ध्यान में रखते हुए इन्वेस्ट किया जा सकता है।

जब इन्वेस्ट निश्चित इनकम सुरक्षा जैसे वरीयता स्टॉक अथवा डिबेंचर तथा किसी अन्य ऐसी सुरक्षा में किया जाता है, तो उस स्थिति में इन्वेस्टर इंटरेस्ट रेट जोखिम तथा सुरक्षा के मूल्य जोखिम के कांटेक्ट में आता है।

Portfolio को प्रतिरक्षित करने के लिए पोर्टफोलियो मैनेजमेंट अवधि तथा आकार की सहायता ले सकते हैं। Portfolio प्रबंधन महत्वपूर्ण है क्योंकि यह विभिन्न परिसंपत्तियों के बीच विविधीकरण तथा फंड के फेरबदल के बीच से एक निश्चित मात्रा में जोखिम को कवर करता है,

जो वे उत्पन्न कर रहे हैं। यह कर के संबंध में योजना बनाने में भी सहायता करता है। इसके अलावा, यह आपात स्थिति के टाइम में धन की व्यवस्था करने में सहायता करता है।

Portfolio को देखकर क्या पता चलता है?

Portfolio Meaning In Hindi

Portfolio को देखकर आपको पता चलता है कि

  • आपने किस जगह कितना पैसा निवेश किया है,
  • अब तक आपको किस निवेश पर कितने रिटर्न बैक मिल चुके हैं,
  • अब तक आपके किस इन्वेस्टमेंट की वैल्यू कितनी बड़ी तथा घटी है,
  • आज किस इन्वेस्ट की वैल्यू कितने रुपये अथवा कितने प्रतिशत (%) बढ़ अथवा घट चुकी है,
  • आप कुल कितना पैसा लगा चुके हैं तथा अब उसकी वैल्यू कितनी बची हुई है,
  • अब तक आपने कुल कितने स्टॉक (इक्विटी), F&O, म्यूच्यूअल फंड एवं बॉन्ड खरीद रखे हैं
  • तथा आपने जितना पैसा लगाया था उसके मुकाबले किस इन्वेस्ट की वैल्यू कितनी बढ़ अथवा घट चुकी है।

Portfolio से क्या तात्पर्य है

एक Portfolio इन्वेस्ट तथा वित्त में बहुत बुनियादी अवधारणाओं में से एक है। यह एक ऐसा शब्द है इस जिसके संदर्भ के आधार पर विभिन्न अर्थ हो सकते हैं। एक Portfolio की सबसे बहुत सरल परिभाषा संपत्ति का एक संग्रह है – शेयर तथा बॉन्ड, रियल एस्टेट अथवा यहां तक ​​कि क्रिप्टोक्यूरेंसी – एक व्यक्ति अथवा युनिट के स्वामित्व में।

एक Portfolio का अर्थ वित्तीय संपत्तियों तथा इन्वेस्टमेंट टूल्‍स के संग्रह रूप में परिभाषित किया जा सकता है आप जो किसी व्यक्ति, वित्तीय संस्थान अथवा इन्वेस्ट फर्म द्वारा आयोजित किए जाते हैं। एक लाभदायक Portfolio विकसित करने के लिए, इसके मूल सिद्धांतों तथा इसे प्रभावित वाले कारकों से परिचित होना आवश्यक है।

इन्वेस्ट किए हुए फण्ड का (share market) पोर्टफोलियो कैसे देखें?

शेयर मार्केट का पोर्टफोलियो देखने के लिए आप सबसे पहले अपने डीमैट अकाउंट पर लॉगिन करें। लॉगिन करने के बाद आप अपने द्वारा इन्वेस्ट किए गए फंड का पूरा जानकारी या पोर्टफोलियो देख सकते हैं।

यदि आप अपने द्वारा इन्वेस्ट किए गए फण्ड का पोर्टफोलियो देखना चाहते है तो आप इसके लिए वैल्यू रिसर्च ऑनलाइन की ऑफिसियल वेबसाइट हैं |

आप जिस भी फंड का Portfolio देखना चाहते हैं उस फंड का नाम रिसर्च करें। सर्च करने के बाद आपको उस फंड के बारे में पूरी जानकारी शो हो जाएगी।

आप उस फंड की टॉप ten holding या उस फंड के पोर्टफोलियो के पहले 10 इन्वेस्टमेंट को देखें।

यदि आप अपने पोर्टफोलियो की फुल जानकारी देखना चाहते हैं तो व्यू फुल पोर्टफोलियो पर क्लिक करें।

अब आपके सामने आपके पोर्टफोलियो की पूरी डिटेल शो हो जाएगी। उस जानकारी में आप यह जान पाएंगे कि आपने फंड को किन-किन शेयर में लगाया है और उस इन्वेस्टमेंट ने आपको कितना रिटर्न दिया है। Portfolio meaning in Hindi |

1. Aggressive Portfolio Meaning in Hindi

Aggressive Portfolio का अर्थ है बहुत अधिक जोखिम वाला पोर्टफोलियो. इसमें आप ऊंची रिस्की इन्वेस्टमेंट करते हैं। इस प्रकार का पोर्टफोलियो बहुत अधिक रिटर्न बैक पाने के लिए बनाया जाता है। यह डिफेंसिव पोर्टफोलियो का बिल्कुल उल्टा होता है।

आपको बता दूं कि अगर आप एक नए इन्वेस्टर्स हैं तथा रिस्क नहीं लेना चाहते तो इस प्रकार के Aggressive Portfolio से दूर रहिए.

क्योंकि यह Portfolio केवल वही लोग बनाते हैं जिन्हें स्टॉक मार्केट का अच्छा खासा अनुभव होता है तथा जो लोग रिस्क लेने को तैयार हैं।

मतलब यह Portfolio वही लोग बनाते हैं जो कम टाइम में अधिक रिटर्न बैक कमाना चाहते हैं इसीलिए वह सेफ स्टॉक्स की बजाए small cap अथवा micro cap कंपनियों में पैसा इन्वेस्ट करना लाइक करते हैं क्योंकि वह जानते हैं कि लार्ज कैप कंपनियों में पैसा बहुत धीरे-धीरे बढ़ता है जबकि बहुत छोटी कंपनियों में पैसा बहुत तेजी से बढ़ता है

2. Portfolio Management

इन्वेस्ट को मिलाने तथा मिलान करने अथवा व्यक्तिगत तथा संस्थागत इन्वेस्टर्स के लिए प्रदर्शन के खिलाफ संतुलन जोखिम का आकलन करने की आर्ट को Portfolio मैनेजमेंट कहा जाता है।

Portfolio मैनेजमेंट में, ताकत, कमजोरियों, अवसरों तथा खतरों को दिए गए जोखिम स्तर पर रिटर्न बैक को अधिकतम करने के लिए निर्धारित किया जाता है। Portfolio मैनेजमेंट दो रूप ले सकता है पैसिव और एक्टिव।

पैसिव मैनेजमेंट (इंडेक्सिंग अथवा इंडेक्स इन्वेस्ट के रूप में भी जाना जाता है) में मार्केट इंडेक्‍स की बहुत सरल ट्रैकिंग शामिल है, जबकि एक्टिव मैनेजमेंट में इनवेस्‍टमेंट रिसर्च तथा व्यक्तिगत होल्डिंग्स पर निर्णयों के आधार पर पोर्टफोलियो का मैनेजमेंट करके मार्केट रिटर्न बैक को मात देने का प्रयास शामिल है।

3. Speculative Portfolio

यह Portfolio फ्यूचर एंड ऑप्शंस में ट्रेडिंग करने के लिए बनाया जाता है। इसमें आपका पैसा बहुत जल्दी बढ़ने अथवा घटने के चांसेस होते हैं इसीलिए आप इसे Speculative Portfolio कहा जाता है।

अगर आप इन्वेस्टमेंट करने के करने की बजाए ट्रेडिंग करने के लिए पैसा लगाते हैं तो वह speculation की कैटेगरी में आता है।

इसमें स्विंग ट्रेडिंग, इंट्राडे ट्रेडिंग और ऑप्शन ट्रेडिंग शामिल है। इन सभी में से विकल्प ट्रेडिंग सबसे ज्यादा रिस्की मानी जाती है और क्योंकि इसमें आपके 1 लाखो रुपये कुछ ही मिनटों में जीरो हो सकते हैं जी हां यह पॉसिबल है ऑप्शन्स के जरिए.

4. Income Portfolio

इनकम पोर्टफोलियो का मकसद होता है डिविडेंड के लिए इन्वेस्ट करना। इसका मतलब जब आप केवल उन्हीं कंपनियों के स्टॉक खरीदते हैं जो डिविडेंड देते हैं तो ऐसा कहा जाएगा कि आपने Income Portfolio बनाया है।

इसका मतलब है कि यह पोर्टफोलियो केवल डिविडेंड इनकम के लिए बनाया जाता है जिसमें इन्वेस्टर यह चाहता है कि उसे हर वर्ष अपने खरीदे गए स्टॉक पर डिविडेंड के रूप में पैसा मिलता रहे एवं शेयर कीमत की ग्रोथ का अलग लाभ मिले।

इसमें आप डिविडेंड देने वाले स्टॉक जैसे– ITC, NTPC तथा Oil India आदि शेयर्स में पैसा निवेश करते हैं ताकि आपको हर वर्ष डिविडेंड अमाउंट के रूप में कुछ रिटर्न बैक मिलता रहे।

  • मान लो अगर कोई शेयर हर वर्ष 10 प्रतिशत dividend देता है तथा आपने उसमें 10 लाख रुपये इन्वेस्ट किये हैं तो हर साल आपको अपने इन्वेस्ट राशि के 10 प्रतिशत यानी 1 लाख रुपये डिविडेंड आय के रूप में मिलता रहेगा तथा स्टॉक प्राइस की ग्रोथ का अलग लाभ होगा।

तो अगर आप बैंक के सेविंग खाता तथा FD में अपना पैसा नहीं रखना चाहते तो Income Portfolio एक बहुत अच्छा विकल्प है।

Canclusion

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इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ने के लिए धन्यवाद…

Posted By Saurabh Yadav

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प्रश्न : इस पोर्टफोलियो कितने प्रकार के होते हैं?

उत्तर : आज अगर आप विभिन्न प्रकार की वित्तीय संपत्तियाँ हैं, जिन्हें आप इक्विटी शेयर्स, म्यूचुअल फंड, डेब्ट फंड, गोल्ड तथा प्रॉपर्टी, डेरिवेटिव्स आदि से अपने पोर्टफोलियो में शामिल कर सकते हैं। इस विविध पोर्टफोलियो जोखिम को बहुत कम कर देता है 

प्रश्न : इसके पोर्टफोलियो के जनक कौन है?

उत्तर : सही उत्तर ऑप्शन 1 अर्थात् लॉर्ड कैनिंग है।

प्रश्न : इसके पोर्टफोलियो आकलन का क्या अर्थ है?

उत्तर : पोर्टफोलियो मूल्यांकन में विभिन्न ज्ञात कीजिए विशिष्ट अनुदेशन उद्देश्यों को प्रदान करने के लिए छात्र के द्वारा किए गए व्यवस्थित कामों का संग्रह होता है । इस विशेषताएँ- पोर्टफोलियो मूल्यांकन तथा मूल्यांकन का एक प्रकार होता है जिसमें छात्र टीचर के साथ काम करते हैं ।

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